जिनसे नौकरी का वादा किया आज वह सड़कों पर हैं, युवाओं को सजा दे रही है सरकार- नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर
सिर्फ़ सात महीनों में ही सड़क पर उतरे युवा, माँग रहे हैं अपना हक़ - पाँच लाख नौकरी नहीं तो अब तक के परिणाम जारी कर दीजिए
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिन लोगों पर परीक्षाओं में धांधली करने के आरोप हैं, वह ज़मानत पर छूट गये हैं और जिन्हें नौकरी मिलनी चाहिए थी वह आज इस तरह से आंसू बहाने को मजबूर हैं। यह स्थिति प्रदेश के लिए सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिन मामले में धांधली के आरोप हैं उनकी जाँच जल्दी से जल्दी पूरी करवाएं और जिनमें किसी प्रकार की धांधली के आरोप नहीं हैं उनके रिज़ल्ट इसी हफ़्ते जारी करें। उन्होंने कहा कि यह सीधे-सीधे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं। युवा आज अपन हक़ के लिए नेताओं के आवास और दफ़्तर के चक्कर लगा रहे हैं। कई पोस्ट कोड के अभ्यर्थी शिमला में डेरा डाले हैं। आए दिन इस नेता से, उस नेता से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद भी उनके मसले हल नहीं हो रहे हैं। यह दुःखद स्थिति है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग के कुछ पोस्ट कोड में धांधली के मामले सामने आये हैं। हम दोषी को सख़्त से सजा देने के पक्ष में हैं लेकिन सरकार उनपर अभी दोष साबित नहीं कर पाई है। जांच में लचरता और कमजोर पैरवी की वजह सभी आरोपियों को न्यायालय से ज़मानत मिल रही है और सरकार परीक्षा का परिणाम न घोषित करके सरकार परीक्षार्थियों को सज़ा दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार भर्ती प्रक्रिया को जल्दी से जल्दी पूरा करने का रास्ता भी निकाले। कांग्रेस ने प्रदेश के पांच लाख युवाओं को नौकरी का वादा करके सत्ता में आई है। कम से कम पुराने परीक्षा परिणामों को घोषित कर दे।
जिन पोस्ट कोड्स में नहीं हैं कोई धांधली, उनके परिणाम तुरंत जारी करे सरकार
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिन पोस्ट कोड में पेपर लीक की बात सामने नहीं आई है। सरकार उन पोस्ट कोड्स के परिणाम जल्दी से जल्दी घोषित करे और चयनित हुए युवाओं की नियुक्तियां सुनिश्चित करे। सरकार जाननूझकर परीक्षा परिणाम निकालने में देर कर रही है। युवाओं के भविष्य के साथ हम खिलवाड़ नहीं होने देंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिन पोस्ट कोड में किसी प्रकार की धांधली हुई है, उनकी भी भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का रास्ता निकाले। आख़िर युवा कितने समय तक जांच और परीक्षा परिणामों का इंतज़ार करेंगे।