किन्नौर में मोटे अनाज की खेती को वानिकी परियोजना करेगी सहयोग
वन परिक्षेत्र भावानगर में नर्सरी प्रयोग न आने वाले क्षेत्रों में रोपे जाएंगे औषधीय पौधे
हिमाचल न्यूज़ डेली (Himachal News Daily)
रिकांगपिओ, 07 नवम्बर, 2024 । जिला किन्नौर के निगुलसरी क्षेत्र में मिलेट्स यानी मोटे अनाज की खेती के लिए जाइका वानिकी परियोजना सहयोग करेगी। मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी के वन मंडल किन्नौर दौरे के दौरान गत चार नवंबर को ग्राम वन विकास समिति निगुलसरी ने उनके समक्ष यह मांग रखी। ग्रामीणों की इस मांग पर संस्तुति जताते हुए समीर रस्तोगी ने मोटे अनाज की खेती के लिए परियोजना हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। ग्राम वन विकास समिति ने निगुलसरी क्षेत्र में 10 से 15 हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण करने की इच्छा जताई।
सीएम सुक्खू को बताई परियोजना की गतिविधियां
मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने दो नवंबर को किन्नौर महोत्सव के समापन्न अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को परियोजना की गतिविधियों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मार्गदर्शन में जाइका वानिकी परियोजना राज्य के 22 वन मंडलों में वन पारिस्थिति तंत्र प्रबंधन एवं आजीविका सुधार के क्षेत्र में कार्य कर रही है।
लुहरी में की आनी वन मंडल की समीक्षा
मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने गत चार नवंबर को वन मंडल आनी की समीक्षा बैठक लुहरी स्थित मंडल कार्यालय में की। उन्होंने वन मंडलाधिकारी डा. चमन राव और अन्य अधिकारियों से साथ परियोजना की सभी गतिविधियों पर चर्चा की। उन्होंने पाइप लाइन में चल रहे कार्यों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। समीर रस्तोगी ने सही कार्य न करने वाले स्वयं सहायता समूह को कामयाम करवाने के निर्देश भी दिए।